आमतौर पर लड़कियों में माहवारी शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले वजन बढऩे के साथ स्वभाव में चिड़चिड़ापन, बेचैनी, थकान, भूख से ज्यादा खाना, सिर व पीठ में दर्द, सूजन आदि की समस्या होती है। इसकी मुख्य वजह प्रमुख हार्मोन एस्ट्रोजन व प्रोगेस्टेरॉन में असंतुलन होना है। इन लक्षणों को कम करने में कुछ खास आसन व प्राणायाम मददगार साबित हो सकते हैं। जानते हैं इनके बारे में-
यह आसन चक्रासन की शुरुआती अवस्था है जिसे आसानी से कर सकते हैं। जो लोग चक्रासन यानी हथेलियों और पंजों के अलावा पूरे शरीर को ऊपर उठाने की प्रकिया, को न कर पाएं वे सेतुबंधासन का अभ्यास कर सकते हैं।
ऐसे करें: पीठ के बल लेटकर हाथों को कमर के बराबर में रखकर सामान्य सांस लें। पैरों को घुटनों से मोड़ें व हाथों को कमर के नीचे से ले जाते हुए एडिय़ों को पकड़ लें। कंधे व गर्दन को जमीन पर टिकाकर रखें और कमर व कूल्हों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं। कुछ देर इसी अवस्था में रहते हुए सामान्य सांस लें। फिर प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं।
ध्यान रखें: खाली पेट अभ्यास न करें। यदि पूर्व में पेट, कमर या गर्दन से जुड़े सर्जरी हो रखी है तो इसे न करें।
हलासन
ग्रंथियों की सही कार्यप्रणाली के लिए यह आसन लाभदायक है। नियमित करने से सिर-पीठ दर्द दूर होने के अलावा पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
ऐसे करें: पीठ के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को बराबर रखकर दोनों हाथों को कमर के पास रखें। धीरे-धीरे दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। इस दौरान सांस अंदर लेते हुए पेट को सिकोड़ें। अब पैरों को सिर के पीछे लगाएं। पैरों व पीठ को पीछे की ओर मोडऩे के लिए हाथों का सहारा ले सकते हैं। कुछ देर इस स्थ्तिि में रुकें। ध्यान रखें कि घुटने न मुडें।
ध्यान रखें : पैरों को पीछे मोडऩे के लिए कमर पर एकदम से जोर न डालें। अधिक वजन वाले धीरे-धीरे आसन करें।
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