जिस व्यक्ति ने इस धरती पर जन्म लिया है उसे अपने जीवन में कभी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है तो कभी उसे खुशियां मिलती हैं। हर व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अपने जीवन में हमेशा निराशा ही मिलती है। वो कितनी भी मेहनत करले उसे हमेशा दुर्भाग्य का सामना ही करना पड़ता है और वह कई तरह के उपाय करता है। लेकिन कुछ उपाय बहुत ही कारगार साबित होते हैं, उन्हीं उपायों में से एक उपाय पंडित रमाकांत मिश्रा जी द्वारा बताया गया है, पंडित जी के अनुसार इस उपाय को करने से आपके जीवन से दुर्भाग्य दूर हो जाएगा साथ ही आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलने लगेगी। आइए जानते हैं उपाय के बारे में
तेल का उपयोग हम खाद्य पदार्थ को तलने या सब्जी बनाने में करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है तेल ना सिर्फ खाने के लिए उपयोग किया जाता है बल्कि यह आपके जीवन की सफलता तक पहुंचाने के काम भी आता है, अलग-अलग प्रकार के तेल अलग-अलग तरह के उपायों के काम आते हैं। आइए जानते हैं तेल के चमत्कारी उपाय...
तिल के तेल का उपाय
असाध्य रोगों से मुक्ति पाने के लिए व हमेशा के लिए स्वस्थ्य होने के लिए तिल के तेल का दीपक लगातार 41 दिन पीपल के नीचे प्रज्ज्वलित करें। इस उपाय को करने से रोगी स्वस्थ्य हो जाता है। सामान्यतः पीपल के नीचे दीपक प्रज्जवलित किए जाने का विधान माना जाता है, इससे कई साधनाओं व सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
चमेली के तेल का उपाय
हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाया जाता है। हर शनिवार और मंगलवार के दिन हनुमानजी को चमेली का तेल अर्पित करें, ध्यान रहे की उन्हें चमेली के तेल का दीपक ना लगाएं। रोज़ हनुमानजी को हार-फूल, धूप-अगरबत्ती लगाना चाहिए। इस उपाय को करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है।
सरसों के तेल का उपाय
शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखकर उसे शनिवार के दिन शाम को शनिदेव के मंदिर में रख आएं। इसके अलावा आप अलग से शनिदेव को तेल चढ़ा भी सकते हैं। इस उपाय से आपके उपर शनिदेव की कृपा बनी रहेगी। इस अलावा लगातार 41 दिन तक पीपल के नीचे सरसों तेल का दीपक लगाएं, मनवांछित फलों की प्राप्ति होगी।
शनिवार को सवा किलो आलू व बैंगन की सब्जी सरसों के तेल में बनाएं। उतनी ही पूरियां सरसों के तेल में बनाकर अंधे, लंगड़े व गरीब लोगों को यह भोजन खिलाए। ऐसा कम से कम 3 शनिवार करेंगे तो शारीरिक कष्ट दूर हो जाएगा।
सरसों के तेल में सिके गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूए, सात मदार (आक) के फूल, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तेल का दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात में किसी चौराहे पर रख कर कहें -'हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूं कृपा करके मेरा पीछा ना करना।' सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें। इस सभी उपायों को करने से पहले आप किसी जानकार को जरुर बताएं और अपनी कुंडली में ग्रहों की स्थिति जरुर दिखवाएं उसके बाद ही इन उपायों को करें।
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