आयुर्वेद में गाय के घी को अमृत माना गया है। दो बूंद देसी गाय का घी नाक में सुबह-शाम डालने से माइग्रेन व नजले की तकलीफ में आराम मिलता है। सिरदर्द होने पर गाय के घी की मालिश पैरों के तलवों पर करें। हाथ-पैर में जलन व अनिद्रा की समस्या हो तो भी घी की तलवों पर मालिश करें। आइए जानते हैं गाय के घी के फायदाें के बारे में :-
- फफोलों पर देसी घी लगाने से आराम मिलता है।
- नाक में घी डालने से खुश्की दूर होती है और दिमाग तरोताजा रहता है।
- इस घी की छाती पर मालिश करने से बच्चों को जुकाम में लाभ होता है और कफ बाहर निकलता है।
- अगर ज्यादा कमजोरी लगे तो एक गिलास दूध में एक चम्मच गाय का घी और मिश्री मिलाकर पिएं।
- गाय के घी का नियमित प्रयोग करने से एसिडिटी व कब्ज की शिकायत कम हो जाती है। इस घी के प्रयोग से मांसपेशियां व हड्डियां मजबूत होती हैं।
- गाय के घी में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता जिससे मोटापा बढ़ने की समस्या नहीं रहती।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal http://bit.ly/2IGvvPa
No comments:
Post a Comment