मैक्सिकन डायबिटीज फेडरेशन ने रिसर्च में पाया कि ब्लड शुगर का उच्च स्तर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इससे मरीज में हाई ब्लड पे्रशर, जोड़ों में दर्द व आंख संबंधी समस्याएं होने लगती है। वहां पर 1.3 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्हें डायबिटीज के बारे में पता नहीं होता है। टाइप 2 मधुमेह के मरीजों में 58 प्रतिशत मौतें हृदय संबंधी बीमारियों की वजह से होती हैं। मधुमेह को नियंत्रित रखने के लिए कैनाग्फ्लिोजिन तत्व के इस्तेमाल करने की सलाह दी, जिससे एक दिन में प्रति व्यक्ति 100 मिग्रा. शर्करा कम होकर रोजाना 4000 कैलोरी कम होगी। वजन घटने लगेगा।
एक्सपर्ट कमेंट : मोटापा भी प्रमुख कारण
डायबिटीज के दो प्रकार होते हैं, पहला टाइप 1 डायबिटीज जो आनुवांशिक होता है। यह बच्चों में होता है। टाइप 2 डायबिटीज की समस्या व्यस्कों को ज़्यादा रहती है। प्रत्येक 10 में से 9 किशारों में टाइप 2 डायबिटीज के मामले पाए जाते हैं। मोटापा डायबिटीज सहित कई बीमारियों का कारण बन रहा है। हृदय संबंधी समस्या में सामान्यत: मरीज को हाई बीपी, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल बढऩे की शिकायत होती है। कई बार तीनों के नियंत्रित होने के बाद भी माइक्रोवैस्कुलर की समस्या बढ़ जाती है। नियमित 15-20 मिनट की जॉगिंग, 30 मिनट योग करना चाहिए।
- डॉ. दीपक माहेश्वरी,सीनियर कॉर्डियोलॉजिस्ट, सवाईमानसिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर
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