अनदेखा न करें कोई दर्द
अक्सर हम शरीर में होने वाले दर्द को अनदेखा कर देते हैं। यदि समय पर इलाज न लिया जाएं तो कभी-कभी ये लापवाही गंभीर रूप ले लेती है। ऐसा ही कुछ बयालीस वर्षीय एक महिला के साथ हुआ। उन्हें पिछले काफी समय से सिरदर्द था। ऐसे में उन्होंने कई दर्द निवारक दवाएं खाई। जब दर्द तेज हुआ तो एमआरआइ, सिटी स्कैन व एंजियोग्राफी की गई। जांच पता चला कि मस्तिष्क की चार प्रमुख धमनियों में से आगे की दोनों और पीछे की एक धमनी बंद है। केवल पीछे की एक धमनी से रक्त तेजी से मस्तिष्क तक पहुंच रहा था। ऐसे में धमनी की सतह पर एक गुब्बारा बन गया है और इस गुब्बारे में से लीकेज होने के कारण मरीज को तेज दर्द हो रहा था। यदि गुब्बारा फट जाता तो गंभीर परिणाम हो सकते थे। बाद में फ्लो डायवर्टर उपकरण से गुब्बारे में जाने वाले रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध किया गया। कुछ समय के बाद गुब्बारा बंद हो गया और रक्त संचार भी मतिष्क में ठीक हो गया। अब भविष्य में ब्रेन हैमरेज होने का अंदेशा खत्म हो गया। इस बीमारी को टाकायासू आटिराइटिस या लार्ज वेसल वैस्कुलाइटिस डिजीज भी कहते हैं।
यह था खतरा
मस्तिष्क की यह बीमारी जटिल थी। मस्तिष्क की चार धमनियों में से मात्र एक ही धमनी सही रूप से काम कर रही थी। तीन धमनियों में ब्लॉकेज था। ऐसे में सही धमनी में बिना रोके रक्त को मस्तिष्क तक सही तरीके से पहुंचाने का कार्य मुश्किल था। गुब्बारे मेंफिर से लीकेज न हो इस बात का विशेष ध्यान रखना था। गुब्बारे का आकार बड़ा होने से भी इलाज में कई तरह की जटिलताएं थीं।
(एक्सपर्ट: अतुलाभ वाजपेयी, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन)
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