असगंध को अश्वगंधा भी कहते हैं, इसकी जड़ों का चूर्ण एक चम्मच सुबह व शाम दूध के साथ लेने से शरीर मजबूत होता है।
गठिया: इसके जड़ सहित पौधे को धोकर कूट लें, इससे निकला रस 25 से 50 ग्राम सुबह-शाम पीने से गठिए में आराम होता है।
खुजली: खुजली व फुंसियां होने पर शहद के साथ अश्वगंधा व चोपचीनी का चूर्ण लें।
पसली दर्द: अश्वगंधा, बहेड़ा चूर्ण व गुड़ मिलाकर आधे ग्राम की गोली बना लें इसे खाने से छाती, पसलियों और हृदय की मांसपेशियों के दर्द में लाभ होता है।
स्त्री रोग: इसका चूर्ण व मिश्री एक चम्मच सुबह-शाम लेने से माहवारी में रक्त स्राव कम होता है।
- सफेद मूसली, अश्वगंधा व मिश्री का चूर्ण सुबह-शाम गर्म दूध के साथ लेेने से पुरुषों की शारीरिक क्षमता में वृद्धि व मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- अश्वगंधा के 10-11 पत्ते धोकर रोज खाली पेट खाने से शरीर की फालतू चर्बी और वजन कम होता है। असगंध का पौधा घर के लॉन में लगाया जा सकता है।
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