ठुड्डी को पीछे करके प्लेट से फिक्स करते हैं
हमारे मुंह में ऊपर व नीचे के जबड़े का अलाइनमेंट सही होगा तभी चेहरा संतुलित दिखेगा। लेकिन कुछ लोगों में दोनों जबड़े एक सीध में नहीं होते हैं। कुछ मरीजों में नीचे का जबड़ा ऊपर के मुकाबले ज्यादा बाहर की तरफ निकला रहता है। कुछ मरीजों में तो यह नाक से भी आगे निकले रहते हैं जिससे चेहरे का लुक भी खराब होता है और खानपान में भी दिक्कत आती है। यह समस्या जन्मजात भी हो सकती है। ऐसे मरीजों का इलाज संभव है जिसके लिए मुंह के अंदर की सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में ठुड्डी को नीचे करके पीछे की तरफ खिसकाया जाता है जिससे वह अपनी सामान्य अवस्था में आ जाती है और दोनों जबड़े एक सीध में हो जाते हैं। इसी तरह कुछ मरीजों में ऊपर का जबड़ा अंदर की तरफ खिसकने की समस्या भी होती है। ऐसे मरीजों के भी मुंह की अंदर से सर्जरी की जाती है और जबड़े को आगे की तरफ खिसका दिया जाता है। इसे ऑर्थोग्नेथिक सर्जरी कहा जाता है और यह विशेष उपकरणों से की जाती है। सरकारी डेंटल कॉलेजों में यह सर्जरी ऑर्थोडोंटिक विभाग के दंत चिकित्सक करते हैं।
मुंह के अंदर ही हो जाती है सर्जरी
सर्जरी से पहले मरीज के मुंह की अंदर की बनावट का एक्सरे व अन्य जरूरी जांचें की जाती हैं। जिन मरीजों में बाहर निकले जबड़े को वापस पीछे करना होता है उसमें पूरा ऑपरेशन मुंह के अंदर ही किया जाता है। इसमें ठुड्डी को काटकर छोटा किया जाता है और उसे मेटल प्लेट से पीछे की तरफ फिक्स किया जाता है। डेंटल सर्जन ऑपरेशन में इस बात का ध्यान रखते हैं कि बाद में सर्जरी का कोई निशान चेहरे पर नहीं दिखे। इसे कॉस्मेटिक अलाइनमेंट कहा जाता है जिसमें दांतों से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाती है।
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